रमजान का महत्व | About Ramadan in Hindi | रमजान के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
आज हम देखेंगे रमजान का महत्व (About Ramadan in Hindi)। और साथ ही में जानेंगे, इस पवित्र महीने की कुछ खास बातें। तब चलिए शुरू करते हैं रमजान के बारे में-
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रमजान
रमजान इस्लाम धर्म का सबसे पवित्र महीना माना जाता है। यह उर्दू अरबी, फ़ारसी कलेंडर का नोवा महीना है। इस महीने में पूरे महीने रोजे रखने होते हैं,
जिसका समय सुबह सहरी से शुरू होकर इफ्तार पर खत्म होता है। इस महीने को हर इस्लाम धर्म का व्यक्ति रोजे रखकर खुदा की इबादत करकर बिताता है। इस पूरे महीने में पूण्य कार्यों को महत्ता दी जाती है।
यही कारण है, की रमजान के महीने को नेकी और खुदा की इबादत का महीना माना जाता है।
इस्लाम के अनुसार रमजान के महीने की 27वीं रात जिसे शबे कद्र की रात भी कहा जाता है, को ही इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान का अवतरण हुआ था।
इसलिए इस महीने में कुरान पढ़ना बेहद अच्छा माना जाता है। इसी महीने इस्लाम मे बेहद खास मानी जाने वाली तरावीह की नमाज़ भी पढ़ी जाती है।
रमजान की विशेषताएं
रमजान के महीने को बेहद पवित्र माना जाता है, इस महीने की कुछ ऐसी विशेषताएं हैं, जिनपर रमजान के पूरा महीना निर्भर हैं, पूरे रमजान के महीने में इन चीजों को करना सुन्नत यानी खास माना जाता है, इन्हीं में से कुछ खास बातें हमने नीचे बताई हैं-
- रमजान के महीने में महीने भर के बिना कुछ खाए पिए रोजे यानी कि उपवास रखना।
- हर रात को खुदा की इबादत में तरावीह की नमाज़ को पढ़ना।
- इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान का रोजाना पाठ करना।
- सभी परिचित लोगों के स्वास्थ्य संबन्धी रक्षा के लिए खुदा से दुआ मांगना।
- जकात- दोस्तों जकात रमजान के महीने का बेहद जरूरी भाग है, जिसकव अर्थ है, अपनी की गई कमाई का, थोड़ा सा भाग गरीबों में दान देना, जिससे इस पवित्र महीने में कोई भी परेशान न रहे।
- किसी भी जरूरत मन्द इंसान को दान करना।
- अल्लाह का धन्यवाद देना, की उसने हमको इस प्यारी सी जन्नत जैसी धरती में जन्म दिया।
- किसी को भूखा न सोने देना।
यही कारण है, की इस पूरे महीने को इतना ज्यादा खास समझा जाता है, और इस महीने को इतनी ज्यादा तवज्जो दी जाती है।
रमजान के महत्वपूर्ण दिन
दोस्तों वैसे तो पूरा रमजान बेहद खास और सुन्नती होता है, पर रमजान के दौरान कुछ ऐसे दिन आते हैं, जिनसे ही रमजान की नींव रखी गयी है। यह दिन इस्लाम मे बेहद खास माने जाते हैं, और पूरे साल में केवल रक बार ही आते हैं-
रमजान की शुरुवात
रमजान की शुरुवात का दिन बेहद खास माना जाता है, इस दिन हर मुस्लिम बेहद खुश होता है, और रोजे रखने की शुरुवात करता है। रमजान की शुरुवात रमजान के चांद देखकर की जाती है (रमजान के बारे में)।
शबे कद्र की रात
शबे कद्र की रात को पूरे वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण और खास दिन माना जाता है, यह मान्यता है कि इसी दिन इस्लाम की कुरान का अवतरण यानी उसी दिन कुरान बनी थीं।
अलविदा
डायटों अलविदा कहने का तातपर्य रमजान के आखिरी जुमे से है, इस दिन अलविदा की नमाज़ पढ़ी जाती है।
ईद
ईद उल फित्र को रमजान के खत्म होने के बाद मनाया जाता है। रमजान के आखिरी दिन चाँद दिखना ईद की घोषणा होती है। इस चाँद को ईद का चांद भी कहा जाता है।
अगर चाँद किसी कारणवश नहीं दिखा, तब 30 रोजे पूरे होने के बाद ईद मनाई जाती है।
रमजान के बारे में
हर धर्म मे उपवास या रोजे रखने की मान्यता होती है, हर धर्म मे उपवास रखने की अलग अलग मान्यता है, जहां हिन्दू धर्म में इन्हें नवरात्र कहकर मनाया जाता है,
वहीं इस्लाम मे इन्हें रोजे रखकर मनाया जाता है।
रमजान के पूरे महीने 30 दिन तक रोजे रखे जाते हैं। यह कभी 29 दिन के होते हैं, तो यह कभी 30 दिन के, यह ईद के चाँद पर निर्भर करता है। अरब और अरबी भाषा मे रोजे को सौंम कहा जाता है।
इसलिए इस महीने को अरब देशों में माहे सियाम कहा जाता है। लेकिन फ़ारसी में इसको रोजा कहा जाता है, इसलिये भारतीय मुस्लिम फ़ारसी प्रभाव के होने के कारण रोजे बोलते हैं।
इस्लाम धर्म मे रोजे रखना बेहद मुश्किल माना जाता है, परन्तु सभी इस्लाम धर्म के लोग खुदा की इबादत में रोजे रखते हैं।
रोजे रखने की शुरुवात सुबह सहरी से होती है, जहां कुछ खा पीकर सहरी की दुआ पढ़कर रोजे की शुरुवात की जाती है, और पूरे दिन कुछ खाए पिए बिना शाम को समय के अनुसार इफ्तार की दुआ पढ़कर रोजे को तोड़ा जाता है।
रोजे को तोड़ते समय खजूर खाना सुन्नत माना जाता है। रोजे रखने के बहुत सारे स्वास्थ्य सम्बन्धी फायदे भी हैं, इसलिए अगर आप अभी तक रोजे नहीं रख रहे थे, तब आज से ही रोजे रखना शुरु कीजिये (रमजान के बारे में)।
रमजान की जरूरी बातें
रमजान को नेकी और पूण्य कार्यों का बसन्त माना जाता है, इसलिए इस पूरे महीने हमको अच्छे कर्म करने चाहिए।
यह महीना हमारे आस पास मौजूद गरीब और बेसहारा लोगों से हमदर्दी का होता है, इसलिये इस महीने में बेसहारा और गरीब लोगों की मदद करनी चाहिए, जिससे खुदा का हाथ हमपर सदा रहे।
इस महीने में जकात देना बेहद खास है, इसी से हमे अपनी कमाई का कुछ हिस्सा गरीब लोगों में दान देना चहिये।
वैसे तो हमे हमेशा पानी को बचाना चाहिए, उसको बेफजूल खर्चा नहीं करना चहिये, लेकिन रमजान के महीने में खासकर इस बात पर गौर किया जाता है, की पानी की बर्बादी बिल्कुल न हो।
Conclusion
दोस्तों आज हमने पढा रमजान का महत्व (About Ramadan in Hindi). और इसी के साथ जाना रमजान के महीने की कुछ खास बातें। आशा है, आज की यह पोस्ट आपको पसंद आई। और इससे कुछ नया जानने को मिला।
रमजान एक बहुत पवित्र महीना है, हमे इसे खुदा की इबादत और नेक काम करते हुए सही चीजों में बितानी चाहिए। हमे रोजे रखने चाहिए, और जकात करना चाहिए।
आज की यह रमजान के बारे में पोस्ट आपको केसी लगी, अगर पसन्द आयी तो जरूर बताइयेगा कमैंट्स में, और ऐसी ही जानकारी प्राप्त करने के लिए बने रहिये हमारे साथ।