Best Taraweeh Ki Dua in Hindi | तरावीह की दुआ हिंदी में- Tarabi Ki Dua
आज की पोस्ट में आप जानेंगे कि Taraweeh ki Dua क्या होती है, और इसे कैसे पढा जाता है। तो चलिए जानते हैं, तरावीह की दुआ.
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Taraweeh Ki Dua in Hindi
प्यारे भाइयों और बहनों रमज़ान का पाक महीना साल में एक बार आता है, इस दौरान हम रमज़ान के पाक महीने में तारावीह की नमाज़ (Taraweeh ki Namaz) पढ़ते हैं, तभी उसी में हर चार रकात के बाद तरावीह की दुआ (Tarabi ki Dua) को पढा जाता है।
पोस्ट के आखिरी में Taraweeh ki Namaz और उसे कैसे पढा जाए दिया गया है, अगर आपको यह नही पता, तब पोस्ट आखिर तक पढ़ें।
तरावीह की दुआ
सुबहाना ज़िल मुल्की वल मलकूत सुबहाना ज़िल इज़्जती
वल अज़्मती वल हैबती वल कुदरती वल किबरियाई वल
जबरूत सुबहानल मलेकिल हैयियल लज़ि ला – यनामो वला
यमूत सुब्बूहुन कुददुसुन रब्बुना वा रब्बुल मलाईकती वर रूह
अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन्नार
या मुजीरो या मुजीरो या मुजीरो या
बेरहमतीका या अरहमर राहमीन ।
Taraweeh ki Dua Mean in Hindi-
अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत ही मेहरबान और रहमतवाला है। नेक और साफ है वोह अल्लाह जो मुल्क और बादशाह है । नेक और साफ है वोह अल्लाह जो इज्ज़त वाला साथ ही अज़मत वाला साथ ही हैबत वाला,
और और कुदरत वाला व बढ़ाई वाला और दबदबे वाला जो है । नेक और साफ है वोह अल्लाह जो बादशाह है । जीवन बिताने वाला कि ना उसके लिए नींद है और ना कुछ है ।
वोह बेइंतेहा साफ और नेक है बेइंतेहा मुकद्देस है हमारे , ऊपरवाला और फिरीश्तो और रूह का वह मात्र एक ही ऊपरवाला है । हे ऊपरवाले हमें बुरे कामों से बचाना । ऐ बचाने वाले ऊपरवालेे । ए पनाह देने वाले ऊपरवालेे । ए नज़ात देने वाले ऊपरवालेे।
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तरावीह की नमाज़ कैसे पढ़े-
हमने स्टेप बाय स्टेप बताया है, की नमाज़ को कैसे अदा करें आपको Taraweeh ki Dua in Hindi नमाज़ ईशा के समय अदा करनी है-
- सबसे पहले ईशा की सुन्नत 4 रकात
- ईशा की फर्ज 4 रकात
- ईशा की सुन्नत 2 रकात
- ईशा की नफ़्ल 2 रकात
- हर चार रकात के बाद तरावीह की दुआ (Travi ki Dua)
- वाजिब 2 रकात
- ईशा की नफ़्ल 2 रकात
- सारे मर्द जमात के साथ और सारी बहने घर मे ही 2 रकात की नीयत से 20 रकात की नमाज़ पढ़ते हैं।
तरावीह की दुआ के फायदे | Taraweeh ki Dua Benifits-
- रमज़ान के पाक महीने में Travi ki Dua पढ़ने से काम या पढ़ाई में बरक्कत होती है।
- तरावीह की दुआ पढ़ने से बिगड़े काम बनने लगते हैं।
- लड़ाई झगड़े कम होने लगते हैं।
- स्वास्थ्य सही रहता है।
तरावीह की दुआ (Taraweeh ki Dua in Hindi) और तरावीह की नमाज़ हर मुस्लिम भाई और बहन को अदा करनी चाहिए। इसे छोड़ना जायज नही बताया गया है। कुल मिलाकर तरावीह की 20 रकाते हैं। तरावीह का समय ईशा का फर्ज पढ़ने के तुरंत बाद से सुबह सादिक ( सहरी से पहले) तक है। तरावीह की नमाज़ और Dua e Taraweeh की 20 रकात बेहतर होगा कि 2 – 2 करके 20 सलाम के साथ ही पढ़ें।
हमने Tarabi ki Dua और Taraweeh ki Dua in Hindi में तो पड़ ली, परन्तु कुछ भाइयों को तारावीह की नमाज़ नही पता कि कैसे पढ़ी जाए, तो हम आपको बताते हैं, की तारावीह की नमाज़ को कैसे ऐडा करें।
तरावीह की कुछ सूरतें | Taraweeh Dua ki Surten-
- बिस्समील्लाहिर रहमानिर रहीम
सूरह कुरैश
ली ईलाफ़ि कूरैश ईलाफ़िहिम रिहलतश्शिताए वस्सैफ़
फ़ल याअबुदू रब्बा हाज़ल बैत
अल लज़ी अतअम हुम मिन जूई
वा आमनहुम मिन ख़ौफ़
- बिस्समील्लाहिर रहमानिर रहीम
सूरह माऊन
अराऐतल्लज़ी यु कज्ज़िबु बिद्दीन
फ़ज़ालिकल लज़ी यदुअऊल यतीम
वला या हुद्दु अला तआमिल मिसक़ीन
फ़वैलुल लिल मुसल्लीन नल
लज़ीनहुम अन सलातिहिम साहून
अललज़ी नाहुम यूराऊन वा यमनाऊनल माऊन
- बिस्समील्लाहिर रहमानिर रहीम
सूरह लहब
तब्बत यदा अबी लाहाबिंव वा तब्ब
मा अग़ना अन्हु मालुहू वमा कसब
सायस्ला नारन ज़ाता लहब
वमराअतुहू हम्मा लतल हतब
फ़ी जीदिहा हब्लुम मिम्मसद
- बिस्समील्लाहिर रहमानिर रहीम
सूरह नस्र
ईज़ा जाआ नसरुल्लाहि वल फतह
वराऐतन्नासा यद ख़ुलूना फ़ी दीनिल्लाहि
अफ़्वाजा फसब्बिह बिहम्दि रब्बिका
वस्तगफ़िरहु ईन्नाहू काना तव्वाबा
Conclusion । Taraweeh ki Dua
लोगों का कहना है, रमजान के पाक महीने में हर पुरुष या बहन को Taraweeh ki Dua , तरवीह की नमाज़ के साथ अदा करना चाहिए। रमजान के पाक महीने में तरावीह की नमाज़ अदा न करना जायज नहीं है।
Dua e Taraweeh को ईशा का फर्ज अदा करने के बाद से लेकर सुबह सेहरी तक पढा जा सकता है। तरावीह की नमाज़ मर्द और औरत दोनों पढ़ते हैं।
आज आपने जानी Taraweeh ki Dua in Hindi क्या होती है, और तरावीह की दुआ को कैसे अदा करें। इसी के साथ आपने यह भी जाना कि Tarabi ki Dua aur Namaz को कैसे अदा करें। आशा करते हैं आपको आज का पोस्ट पसन्द आया होगा। ऐसी ही अन्य पोस्ट पढ़ने के लिए बने रहें हमारे साथ।