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Best Dua After Namaz in Hindi with Meaning | नमाज़ के बाद की दुआ

आज हम देखेंगे Dua After Namaz in Hindi. और इसी के साथ जानेंगे, नमाज़ के बाद की दुआ की कुछ खास बातें और फायदे। तब चलिए देखते हैं, Dua After Attahiyat in Namaz.


Dua After Namaz in Hindi


Dua After Namaz


नीचे हमने Dua After Namaz दिया है, और उसी के नीचे नमाज़ की बाद कि दुआ के कुछ खास फायदे बताए हैं, जो आपको इसका महत्व जानने में मदद करेंगे।

दोस्तों नमाज़ हर इस्लाम धर्म के इंसान के लिए बहुत जरूरी है, किसी भी इंसान के लिए दिन में 5 बार की नमाज़ पढ़ना इस्लाम मे अच्छा बताया है,

लेकिन अगर आप दिनभर के काम मे बहुत बिजी रहते हैं, तब आप को जब भी किसी नमाज़ का टाइम मिलता है, उसे जरूर पढ़ें।

दोस्तो Dua After Namaz in Hindi को पढ़ना भी बेहद अच्छा माना जाता है, इसको पढ़ने के बहुत सारे फायदे भी हैं। चलिए जानते हैं, नमाज़ के बाद में पढ़ी जाने वाली दुआ-

यह भी देखें- आयतुल कुर्सी

यह भी देखें- दुआ ए कुनूत


Dua After Namaz in Hindi


दोस्तों हमने नीचे Dua After Namaz बताई है, और उसी के साथ फर्ज करने, के बाद कि दुआ भी नीचे दी है, जिससे आपको मदद मिलेगी-


फर्ज करने के बाद कि दुआ-


” रब्बिग फिर वर हम व अंत खेरुर्रहिमीन “

अर्थ- ए मेरे खुदा, मेरे सारे गुनाहों को माफ कर, और जो मेरा इस समय हाल है, उस पर गौर फरमा। तू सभी पर वपन रहम फरमाता है, मुझ पर भी रहम कर।


किसी भी सुन्नत नमाज़ के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ-


” अल्लाहुम अअईन्ना अला जिक्रक वशु क्रिक वहुस्नी अइबा दति क “

अर्थ- ए खुदा यह बेहद जरूरी है, की हम हर चीज के लिए तेरा शुक्र अता करें। तेरी सच्चे मन से इबादत करें।


किसी भी नमाज के बाद की दुआ


” मैं अल्लाहुम बारिक ली फिल मौती वफी मा बउ दल मौती “

अर्थ- ए खुदा बरकत दे। तूने मेरे इस जीवन पर रहम फ़रमाया, मेरे इस जीवन के बाद भी अपना रहम फरमाना।


नमाज की दुआ के बाद आयतुल कुर्सी –


दोस्तों किसी भी Dua After Namaz in Hindi के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ना बेहद अच्छा माना जाता है, अगर आप को आयतुल कुर्सी याद नहीं है, तब आप हमारी लिखी हुई आयतुल कुर्सी भी पढ़ सकते हैं।

आयतुल कुर्सी हमारी पवित्र पुस्तक कुरान के दूसरे पारे के मशहूर सूरह, सूरह अल बक़राह की 255 वीं आयत है। यह कुरान शरीफ की सबसे प्रसिद्ध और सबसे जानी मानी आयत है,

इस आयत में खुदा के इस पूरे संसार मे ताकत को दिखाया गया है।

हमारे प्यारे पैगम्बर मुहम्मद साहब ने आयतुल कुर्सी के बारे में बताया है, की जो भी इंसान नमाज़ पढ़ने के बाद आयतुल कुर्सी को पढ़ेगा, उसके और जन्नत के बीच कोई फासला नहीं रहेगा।

दोस्तों Dua After Attahiyat in Namaz के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ने के बहुत सारे फायदे हैं, अगर आप इसे नमाज पढ़ने के बाद नहीं पढ़ रहे थे, तो आज से पढ़ना शुरू करिये।


Dua After Attahiyat in Namaz | फायदे


नमाज़ के बाद की दुआ


Dua After Attahiyat in Namaz को पढ़ने के बहुत सारे फायदे हैं, इनमें से कुछ मुख्य फायदे हमने नीचे बताए हैं, जिनसे आपको इस दुआ का महत्व जानने में मदद मिलेगी।

1. Dua After Namaz को पढ़ी गयी नमाज़ को कुबूल करने के लिए पढा जाता है, आपने जो नमाज़ पढ़ी, आप खुदा को बताते हैं, की आप उसे कुबूल कीजिये।

2. नमाज़ के बाद कि दुआ को खुदा से कुछ मांगने के लिए भी पढ़ा जाता है, यदि आपकी कोई इच्छा है, जिसे आप पूरा करना चाहते हैं, तब आप को इस दुआ को जरूर पढ़ना चाहिए। नमाज़ अदा करने के बाद।

3. इस Dua After Namaz in Hindi को पढ़ने से आप खुदा की रहमत पा सकते हैं, अगर आप इस दुआ को सच्चे मन से पढ़ेंगे तब आप खुदा की रहमत पा सकेंगे।

4. नमाज़ के बाद कि दुआ को पढ़ने के बाद आपको पूरे दिन भर एक अलग ऊर्जा महसूस होगी, जिससे आपका किसी भी काम मे मन लग पाएगा, और मन भी लगा रहेगा। इसलिए इस दुआ को रोजाना पढ़ें, नमाज़ की दुआ के बाद।

5. अगर आपका कोई ऐसा काम है, जो पूरा नहीं हो पा रहा है, या आप किसी काम मे सफल होना चाहते हैं, तब आप इस दुआ के साथ आखिरी में खुदा से वह भी मांगें, आपकी इच्छा खुदा जरूर पूरी करेगा।


नमाज़ के बाद की दुआ के बारे में


Dua After Attahiyat in Namaz


हमारे प्यारे मित्रों दुआएं और नमाज़ इस्लाम धर्म की नींव है, जब मुहम्मद साहब ने इस्लाम धर्म की नींव रखी, तब उन्होंने हमे बहुत सारी दुआए दी।

हमारे नबी स.अ. व. ने हमे नमाजों और दुआओं के फायदों और उनके महत्व के बारे में बताया।

तभी से आज तक यह हमारी डेली लाइफ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। इस्लाम धर्म मे बहुत सारी दुआएं, और नमाज हैं, जिन्हें रोजाना, सप्ताह में कई बार, साप्ताहिक, मासिक, या साल में एक बार पढा जाता है।

हर दुआ या नमाज़ का अपना अपना महत्व और फायदे हैं।

इनमे से कुछ Dua After Namaz in Hindi किसी खास चीज के लिए पढ़ी जाट है, और कुछ आज के पहले या बाद में। हर दुआ अपने मे खास है, और लोग इन्हें खुदा की रहमत पाने और खुदा की इबादत करने के लिए पढ़ते हैं।

इन्हीं दुआओं में से एक है, ” अल्लाहुम बारीक ली ” दुआ जिसे किसी भी नमाज़ के खत्म होने के बाद पढा जाता है।

 माना जाता है, की इस दुआ को किसी भी नमाज के बाद में पढ़ने का कारण नमाज को कुबूल करवाना, और खुदा के रहमत पाना हैं। दोस्तो इस दुआ को पढ़ने के और भी भय सारे फायदे हैं,

जिनमे से कुछ महत्वपूर्ण फायदे हमने ऊपर बताए हैं।

दोस्तों अगर आप भी अभी तक नमाज़ के बाद की दुआ को नहीं पढ़ रहे थे, तन आप आज से ही इसे पढ़ना शुरू कर सकते हैं, और आप देखेंगे कि खुदा किस प्रकार अपनी रहमत आप पर बरसाता है।


Conclusion | Dua After Namaz in Hindi


आज अपने पढ़ी, Dua After Namaz in Hindi. आशा करते हैं, आपको आज की हमारी यह पोस्ट पसन्द आई, और इस पोस्ट से कुछ नया सीखने को मिला।

दोस्तों कोई भी नमाज़ बेहद खास होती है, और अगर आप उस नमाज़ के बाद की दुआ और आयतुल कुर्सी भी पढ़ते हैं, तब वह नमाज़ और भी ज्यादा खास हो जाती है, और कुबूल भी होती है। इसलिए हर नमाज़ के बाद यह दुआ जरूर पढा करें।

आपको आज का हमारा यह Dua After Attahiyat in Namaz आर्टिकल कैसा लगा, बताइयेगा जरूर नीचे कमैंट्स में। और ऐसी ही जानकारीयुक्त पोस्ट डेली बेसिस पर पढ़ने के लिए बने रहे हमारे साथ।

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